गाणं मनातलं



" धुंद होते शब्द सारे, धुंद होत्या भावना 
वाऱ्यासंगे वाहता त्या फुलापाशी थांबना...."




---------------------------------------------------------------------------------------------------

"तुला पाहतो मी मला पाहताना,
कधी माझी या तू सामोरीच येना..." 


---------------------------------------------------------------------------------------------------

तू सांग सखे मज कायमी सांगू या घरदारा,
समईचा जीव उदासमाझ्यासह मिणमिण मिटतो "




----------------------------------------------------------------------------------------

 " तुझा शब्द की, थेंब हा अमृताचा 
तुझा स्पर्श की, हात हा चांदण्याचा 
उगा लाजण्याचा, किती हा बहाणा
शब्दरूप आले मुक्या भावनांना....."


                            


-------------------------------------------------------------------------------------------